प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में बौद्ध तीर्थ स्थल कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा को मंजूरी दे गई है। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं और इससे जुड़ी उम्मीदें परवान चढ़ती दिख रही हैं। जानकारों का मानना है कि एक बार अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू हो गईं तो कुशीनगर को पर्यटन का हब बनते देर नहीं लगेगी। इससे बुद्ध सर्किट के देशों को लेकर पर्यटन और रोजगार की सम्भावनाओं को पंख लग जाएंगे। कैबिनेट के एलान से कुशीनगर में जश्न का माहौल है।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की अध्यक्षता में हुई केन्द्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में जनपद कुशीनगर हेतु नए हवाई अड्डे की घोषणा पर धन्यवाद ज्ञापित करते मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी https://www.pscp.tv/w/ccHMAjEzMzk5MzAwfDFSRHhscmpwRXlFR0yGrVxIHv7JstIsKj-9p03rNXyP3qscjcDnnm8NE61JCA== …
लखनऊ में 2018 में आयोजित इन्वेस्टर समिट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुशीनगर हवाई पट्टी को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद तीन सितंबर 2018 को कारगो की छह सदस्सीय टीम ने हवाई पट्टी का निरीक्षण भी किया था। छह सीटर विमान से आई इस टीम ने एअरपोर्ट के व्यवसायिक उपयोग की संभावनाओं को टटोला था। तैयारियों से संतुष्ट दिखे कारगो के जनरल सेक्रेटरी ने कुशीनगर एअरपोर्ट को हवाई यात्रा के अतिरिक्त व्यवसायिक हब बनाने की बात भी कही थी। उनका कहना था कि एअरपोर्ट के बन जाने से नेपाल के अलावा भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को परिवहन सुविधा का लाभ मिलेगा।
इसी साल मार्च में कुशीनगर दौरे पर गए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जल्द से जल्द कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शुरू होने का भरोसा दिया था। उन्होंने कहा था कि सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सिविल टर्मिनल और बाउंड्रीवाल का काम पूरा कर लिया गया है। फोरलेन से हवाई अड्डे को जोड़ने का काम प्रगति पर है। इसके लिए हाल में 21 करोड़ रुपए जारी किए गए थे।