उत्तर प्रदेश के वाराणासी जिले में गुरूवार शाम को कोरोना का कहर 11 पॉजिटिव केस सामने आए और एक की मौत जिसके बाद मरीजों की संख्या 536 हो गई है। वहीं 307 मरीज अब तक स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में 55 साल के व्यक्ति ने दम तोड़ दिया जो सदर महाल के रहने वाले थे। बुखार और सास लेने में दिक्कत की समस्या को लेकर 21 जून को बीएचयू में भर्ती हुए थे। शुगर मरीज होने के कारण पिछले 10 सालों से उसका इलाज चल रहा था। मंगलवार देर रात उनकी मौत हो गई। 22 जून को उनकी पॉजिटिव होने की रिपोर्ट आई थी।
इस बीच, अनलॉक 2 में प्रशासन ने नई गाइड लाइन जारी कर दिया गया है। 10 वर्ष तक के बच्चे मेडिकल इमरजेंसी के बिना निकलेंगे तो माता पिता पर कार्रवाई होगी। शहर गांव में पान गुटका सिगरेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं 65 वर्ष से ज्यादे के उम्र के लोग भी घरों से बाहर नहीं निकलेंगे। सभी प्रकार के सामाजिक समारोह बंद रहेंगे। मैरेज हाल ,खुले में बच्चों का खेलना भी प्रतिबंधित कर दिया गया है।
जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि जिले में पिछले 10 दिनों में अचानक से कोरोना केस बढ़े हैं। थूकने की वजह से इसका संक्रमण ज्यादा फैला है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा थूकने से कोरोना केस बढ़ने का मुख्य कारण गुटखा एवं पान मसाले का प्रयोग बताया गया है। अतः बढ़़े हुए संक्रमण की विशेष परिस्थितियों के दृष्टिगत जनपद में सभी प्रकार के पान मसाला एवं गुटखा की बिक्री को प्रतिबन्धित किया जाता है साथ ही सार्वजनिक स्थल पर किसी भी व्यक्ति के गुटखा व पान मसाला के सेवन पर प्रतिबन्ध लगाया जाता है।