लखनऊ. उत्तर प्रदेश के चर्चित अनामिका शुक्ला शिक्षक मामले में एक और अनामिका सामने आई है। इसका असली नाम बबली यादव है, जो कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) में फर्जी तरीके से नौकरी कर रही थी। उसे अलीगढ़ से पकड़ा गया है।
इस बीच, कई लोगों को केजीबीवी में शिक्षकों के रूप में काम करने के लिए “प्रीति यादव’ नाम और दस्तावेजों का उपयोग करते हुए पाया गया है। अनामिका बनकर नौकरी कर रही बबली गिरफ्तार होने वाली तीसरी महिला है। इस घोटाले में अब तक 25 ऐसी महिलाएं सामने आ चुकी हैं, जिनके नाम अनामिका हैं।
पहली अनामिका के रूप में सुप्रिया को कासगंज से 6 जून को गिरफ्तार किया गया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद बबली का खुलासा हुआ। उसके साथ ही सरिता यादव सामने आई, जो प्रयागराज में पदस्थ थी। बबली ने खुलासा किया कि उसने पुष्पेंद्र यादव नाम के शख्स को अलीगढ़ में नौकरी पर लगवाने के लिए तीन लाख रुपए दिए थे।