UP Gonda : शिक्षा विवाद के बाद जिले के बीएसए कार्यालय में सामने आई असली अनामिका शुक्ला

KESHARI NEWS24/बिहारी पाठक 

गोंडा. उत्तर प्रदेश के शिक्षा जगत में और सत्ता के गलियारे में पिछले कई दिनों से सनसनी बने हाई प्रोफाइल अनामिका शुक्ला मामले का आज गोंडा जिले में पटाक्षेप हो गया. इस मामले की शासन स्तर से जांच चल रही थी और इसमें तह तक जाने के लिये एसटीएफ भी लगाई गई थी. अनामिका शुक्ला सीधे गोंडा के बीएसए कार्यालय पहुंची.

गोंडा में ही जन्मी अनामिका शुक्ला के दस्तावेज पर प्रदेश के कई जनपदों में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में कई लोगों की नौकरी चल रही थी. पता चला है कि अनामिका शुक्ला असल में गोंडा जिले की ही रहने वाली है. अनामिका शुक्ला ने गोंडा में ही पढ़ाई पूरी की और यहीं पर उसकी शादी भी हुई. वह अपने पति और बच्चे के साथ रह रही है.
कस्तूरबा विद्यालय में कभी  नौकरी नहीं की

अचानक अपने नाम पर फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद और इससे जुड़ी तमाम खबरें आनी शुरू हुईं तो अनामिका शुक्ला परेशान होकर बीएसए दफ्तर पहुंची. यहां वह अपने सारे अभिलेख लेकर बीएसए इंद्रजीत प्रजापति से मिलीं. 

उन्होंने कहा कि 2017 में उन्होंने कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय में साइंस टीचर के लिए सुल्तानपुर, जौनपुर, बस्ती, मिर्जापुर और लखनऊ में आवेदन किया था. लेकिन व्यक्तिगत कारणों से वह काउंसिलिंग के लिए उपस्थित नहीं हो सकी थीं. उन्होंने कभी भी कहीं भी कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय में नौकरी नहीं की है. न ही वह इस समय नौकरी कर रही हैं। 

पूरी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी:  BSA
अनामिका शुक्ला ने कहा कि मैं निर्दोष हूं और मेरे अभिलेखों का गलत प्रयोग कर कई जनपदों में नौकरी ले ली गई है. अनामिका अपने पति और बच्चे के साथ पहुंचीं और एक-एक कर अपने अभिलेख प्रस्तुत किए. 
वहीं बीएसए इंद्रजीत प्रजापति ने केशरी न्यूज़24 को बताया कि अब इस मामले का पटाक्षेप हो गया है. अनामिका गोंडा की ही है लेकिन उसके शैक्षिक प्रमाण पत्रों का दुरुपयोग कर तमाम लोगो ने फर्जी नौकरी पा ली. पूरी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी.

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