चन्दौली पशुधन प्रसार अधिकारी बबिता पांडेय की धमकी से मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय में सोमवार को खलबली मच गई। सीवीओ डा. एसपी पांडेय ने उनके खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने को सदर कोतवाली में तहरीर दी है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। अधिकारियों की मानें, तो अनुपस्थित रहने पर वेतन काटने से महिला अधिकारी नाराज हैं। उन्होंने पिछले दिनों डिप्टी सीवीओ डा. महेशचंद्र को फोन कर सबको ठीक करने व देख लेने की धमकी दी थी। इससे उच्चाधिकारी सकते में आ गए। विवाद से बचने के लिए दफ्तर में महिला व पुरुष पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया।
पशु चिकित्साधिकारी ने बताया बबिता पांडेय सदर ब्लाक में पशुधन प्रसार अधिकारी के रूप में तैनात हैं। गत 22 जून से दफ्तर नहीं आ रही हैं। उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. महेशचंद्र की संस्तुति पर उनका वेतन अवरुद्ध कर दिया गया है। इससे नाराज महिला अफसर ने 10 जुलाई को डिप्टी सीवीओ को फोनकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए दफ्तर में सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को देख लेने की धमकी दी थी। वहीं सोमवार को दफ्तर आने की बात कही थी। इससे उच्चाधिकारी सकते में आ गए। बताया जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल के साथ ही विभाग के अपर निदेशक वाराणसी व निदेशक लखनऊ को पत्र भेजकर मामले से अवगत कराया गया है। दफ्तर में किसी तरह के विवाद से बचने के लिए दो महिला कांस्टेबल व एक हेड कांस्टेबल की तैनाती की गई है। आरोप कि सोमवार की सुबह पशुधन प्रसार अधिकारी दफ्तर पहुंची और महिला पुलिसकर्मियों से ही उलझ गईं। पुलिसकर्मियों ने इसकी बकायदा रिकार्डिंग भी की है। महिला पुलिसकर्मियों ने कोतवाली में फोनकर इसकी जानकारी दी। इसके बाद कस्बा चौकी प्रभारी मनोज पांडेय दलबल के साथ सीवीओ कार्यालय पहुंचे। उन्होंने सीवीओ के साथ ही महिला अधिकारी संग वार्ता कर मामले की जानकारी ली। पशुधन प्रसार अधिकारी ने विभागीय अधिकारियों पर आरोप लगाए। कहा, विभाग में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। महिला अधिकारी होने के नाते उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। चौकी प्रभारी ने कहा सीवीओ की तहरीर मिली है। मामले की निष्पक्षता से जांच कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।