मऊ में रतनपुरा विकासखंड के नगवां व इटौरा गांव में मंगलवार को पांच लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से हड़कम्प मच गया। रिपोर्ट आते ही जिलाधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। संक्रमितों को उपचार के लिये कोविड अस्पताल में भर्ती कराने के साथ दोनों गांवों को हाटस्पाट घोषित कर कंटेनमेंट की कार्रवाई शुरू कर दी गई।
जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि मंगलवार को वाराणसी से आई रिपोर्ट में पांच लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। जिनमें से नगवां गांव में मिले चारों पाजिटिव मुम्बई से 24 मई को ट्रेन पकड़कर गोरखपुर आये थे, वहां से बस के माध्यम से अपने घर पहुंचे थे। यह सभी मुंबई में रह कर फर्नीचर के निर्माण का काम करते थे। 27 मई को सभी का सैम्पल जांच के लिये भेजा गया था। इनमें से एक गाजीपुर जनपद के बिरनो का निवासी है, वह मुम्बई से सीधे अपने ससुराल नगवां आया था। जबकि इटौरा गांव में मिला 54 वर्षीय पाजिटिव व्यक्ति 22 मई को मुम्बई से अपने घर आया था।
रिपोर्ट पाजिटिव आते ही दोनों गांवों को हाटस्पाट घोषित करने के साथ गांव में कंटेनमेंट व सेनेटाइजेशन की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जबकि सभी संक्रमितों को इलाज के लिये परदहां ब्लाक स्थित लेवल वन कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि जिले से अबतक 1532 लोगों का सैम्पल जांच के लिये भेजा जा चुका है। जिनमें से 1252 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हो चुकी है। जबकि जिले में कुल मिले संक्रमितों की संख्या 39 हो गई है। जिनमें से एक की रिपोर्ट मरीज की मौत के बाद आजमगढ़ से आई थी। जबकि दो मरीजों की रिपोर्ट दिल्ली से आई थी। अभी तक 10 संक्रमित मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं !