दूसरे राज्यों से उत्तर प्रदेश आ रहे श्रमिकों को घर तक पहुंचाने के लिए अपने यूपी रोडवेज विभाग 10 हजार बसों का बेड़ा सड़क पर उतारेगा। प्रदेश के 115 बस डिपो के अधिकारियों को बसों को जल्द से जल्द ऑन रोड करने के लिए निर्देश भेजे गए हैं। इन बसों के जरिए आगामी दिनों में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से आने वाले लोगों को नि:शुल्क घर पहुंचाया जाएगा।
परिवहन निगम मुख्यालय से कोविड 19 के अंतर्गत आपातकाल में बस संचालन को लेकर आदेश जारी किया गया है। जिसमें बसों की सफाई-धुलाई करके सेनेटाइज करने के निर्देश दिए गए हैं। जारी पत्र में अधिक से अधिक बसों को तैयार रखने के लिए कहा गया है। जिसमें चालक परिचालकों की ड्यूटी, सुरक्षा उपकरण और सोशल डिस्टेंसिग का ध्यान रखने के लिए कहा गया है।
राजस्थान, हरियाणा और पंजाब राज्यों से पैदल चलकर यूपी के सीमा में प्रवेश करके वाले श्रमिकों को रोडवेज बसों की सुविधा अभी नहीं मिलेगी। निगम मुख्यालय के नोडल अधिकारी पीआर बेलवारियार ने बताया कि अभी उन्हीं श्रमिकों को बसें उपलब्ध कराई जा रही हैं, जो रजिस्ट्रेशन कराकर ट्रेन अथवा अन्य गैर राज्यों के परिवहन सेवा से यूपी की सीमा में आ रहे हैं।
प्रदेश लौट रहे हर प्रवासी की जांच हो रही: योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन की समीक्षा बैठक में कहा कि आने वाले हर प्रवासी के स्वास्थ्य की जांच उस जिले के क्वारंटीन सेंटर पर अनिवार्य रूप से हो रही है। स्वस्थ लोगों को उनके घर इस हिदायत के साथ भेजा जा रहा है कि वे घर पर होम क्वारंटीन के मानकों का अनुपालन करेंगे। संदिग्ध को पूरी जांच के लिए सेंटर में ही आइसोलेट कर दिया जा रहा है। घर जाने वाले हर श्रमिक को अनिवार्य रूप से भरण-पोषण के लिए एक हजार रुपये और तय मात्रा में खाद्यान्न भी दिया जा रहा है।