वाराणसी में रविवार की रात आंधी पानी ने जबरदस्त कहर बरपाया। कई स्थानों पर पेड़, पोल और दीवार गिरने से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। कच्चे के साथ पक्के मकानों की दीवार और पिलर भी धराशाई हो गए। करीब 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलीं तूफानी हवाओं के साथ तेज बारिश ने लोगों को हिला कर रख दिया। पूरा शहर घंटों अंधेरे में डूबा रहा। रात दो बजे तक दो तिहाई शहर की बिजली नहीं आई थी।
रात करीब 8.50 बजे तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हुई। जितनी तेज बारिश उतनी ही गरज चमक के साथ तूफानी हवाओं ने जबरदस्त दहशत फैलाई। हवाओं का अंदाजा लगते ही सभी फीडरों को बंद कर दिया गया।
पितरकुंडा में एक मकान की छत पर बगल का पिलर गिरने से छत टूट गई। संयोग से छत धराशाई नहीं हुई लेकिन घर के लोग दहशत में हैं। अस्सी स्थित पुष्कर तालाब के पास जर्जर घर पर पेड़ गिरने से बाइक दब गई और तीन लोग घायल हो गए।
भदैनी स्थित गली में जर्जर मकान पर पेड़ गिरने से दीवार गिर गई। गलियों में भी जर्जर मकान के पत्थर गिरे। इससे केदारनाथ नामक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए। परिवार के लोग बाल बल बचे। केदारनाथ को बीएचयू ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया है। सोनारपुरा पांडे हवेली मार्ग पर दिशा निर्देश देने वाला बोर्ड गिर जाने से रास्ता बाधित रहा।
चॉदमारी और बसहीं इलाके की तुलसी विहार, विश्वनाथपुर कालोनी, बड़ालालपुर आदि में कहर बरपा। पानी की टंकियां और सीमेन्ट के चद्दर टूटकर दो सौ मीटर तक उड़ गये। बीएचयू में केंद्रीय विद्यालय मार्ग पर एक आम का पेड़ गिर गया। साथ ही अन्य जगहों पर पेड़ की डालियां टूटकर बीच सड़क गिरी।सीरगोबर्धनपुर और करौंदी इलाके में घरों पर लगा टीनशेड हवा में उड़ गए।
वाराणसी-लखनऊ रोड पर बाबतपुर एयरपोर्ट के बाहर लगी दुकानों के टीनसेट तेज आंधी के कारण उड़ गए। एयरपोर्ट से लगायत ग्रामीण इलाकों में तेज आंधी के साथ बारिश के चलते विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। रोहनिया बाजार में जीटी रोड पर कई पेड़ गिर गए। डीएलडब्ल्यू मोड़ पर गिरे पीपल के पेड़ से टकराकर बाइक सवार घायल हो गया। रोहनिया में भगवान दास और सुरेश के मकान पर पीपल का पेड़ गिरने से मकान का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है।
आंधी से आम के टिकोरे बागों में काफी मात्रा में गिरे। नाथुपुर क्षेत्र में राजेश वर्मा के यहां तेज आंधी व पानी से जामुन व आम का पेड़ धराशायी हो गया। आजमगढ़-वाराणसी मार्ग पर धरसौना बाजार में पेड़ गिरने से मार्ग जाम हो गया। मिर्जामुराद गांव के राजभर बस्ती में गौरव कुमार का पोल्ट्रीफार्म की दीवार ढह गई। छप्पर भी उड़ कर जगह जगह गिर कर टूट गया।
रामनगर में बिजली के पोल टूट गए तो करीब दो दर्जन से अधिक स्थानों पर पेड़ की डाली टूट गई। कई बड़े पेड़ भी जड़ से उखड़ गए। 220 केवी भेलूपुर सब स्टेशन और ब्रेकर खराब हो गया था। देर रात तक बिजलीकर्मी उसे ठीक करने में जुटे थे। इससे अंधी और बारिश खत्म होने के बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हो पाया।
रात करीब 11 बजे तक भदैनी, गीदौलिया, सोनिया नगर निगम, मैदागिन, काशी, टाउन हाल, चौक, अर्दली बाजार का के कुछ हिस्से में बिजली आपूर्ति सामान्य हो गया। वहीं 33 केवी पन्नालाल की आपूर्ति रात 11.30 बहाल हो गई है। 11 केवी लाइन पर गिरे पेड़ों की कटाई का कारण आपूर्ति बहाल नहीं हो पाया था। रात 11.45 बजे 33 केवी फीडर दौलतपुर शुरू हो गया।
11 केवी फीडर पर बिजलीकर्मी पेट्रोलिंग कर रहे थे। आधा दर्जन उपकेन्द्रों पर भी हुई भारी क्षति हुई है। शहर व ग्रामीण इलाकों में एक दर्जन खम्भे उखड़े या टेढ़े हो गए हैं। बारिश के चलते पेट्रोलिंग व मेंटीनेंस में बाधा होती रही। वरुणा पार इलाके में देर रात तक बिजली की आपूर्ति नहीं हो पाई। इस कारण पांडेपुर, संस्कृति संकुल, बड़ा लालपुर और कोइलाव उपकेंद्र से बिजली आपूर्ति ठप रही।