PM - नरेंद्र मोदी आज ओडिशा और बंगाल में आए चक्रवात अम्फान से प्रभावित इलाकों का करेंगे हवाई सर्वेक्षण



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (22 मई) को पश्चिम बंगाल और ओडिशा में चक्रवात अम्फान से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। हवाई सर्वेक्षण के बाद पीएम मोदी समीक्षा बैठक में भी हिस्सा लेंगे, जिसमें राहत व बचाव कार्य संबंधी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। बता दें कि ममता बनर्जी ने आज मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पश्चिम बंगाल आने और चक्रवात अम्फन से प्रभावित इलाकों का दौरा करने का अनुरोध की थीं।

चक्रवात 'अम्फान' बृहस्पतिवार को कमजोर पड़ गया। इससे एक दिन पहले इसने पश्चिम बंगाल में भारी तबाही मचाई जहां इसके चलते 72 लोगों की मौत हो गई और दो जिले पूरी तरह तबाह हो गए हैं। तूफान से हजारों लोग बेघर हो गए हैं, कई पुल नष्ट हो गए हैं और निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। कोलकाता और राज्य के कई अन्य हिस्सों में तबाही के निशान स्पष्ट देखे जा सकते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि चक्रवात से प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, मैंने चक्रवाती तूफान अम्फान के कारण पश्चिम बंगाल में नुकसान के दृश्य को देखा है। यह चुनौतीपूर्ण समय है, पूरा देश पश्चिम बंगाल के साथ एकजुट होकर खड़ा है। राज्य के लोगों के कल्याण के लिए प्रार्थना कर रहा हूं। स्थिति सामान्य करने के लिए प्रयास जारी हैं।

उन्होंने कहा, शीर्ष अधिकारी स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं और पश्चिम बंगाल सरकार के साथ करीबी समन्वय में काम भी कर रहे हैं। प्रभावित लोगों की मदद करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी। पीएम मोदी ने कहा, राज्य के लोगों की कुशलक्षेम के लिए प्रार्थना कर रहा हूं। स्थिति सामान्य करने के लिए प्रयास जारी हैं। पीएम ने कहा कि उनकी संवेदनाएं ओडिशा के लोगों के साथ भी हैं, जहां राज्य चक्रवात के प्रभाव से बहादुरी से मुकाबला कर रहा है।

इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात की और उन्हें स्थिति से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। पश्चिम बंगाल में सौ साल के अंतराल में आए इस भीषणतम चक्रवाती तूफान ने मिट्टी के घरों को ध्वस्त कर दिया, फसलों को नष्ट कर दिया और पेड़ों तथा बिजली के खंभों को भी उखाड़ फेंका है। इसने ओडिशा में भी भारी तबाही मचाई है जहां तटीय जिलों में विद्युत और दूरसंचार से जुड़ा आधारभूत ढांचा नष्ट हो गया है। ओडिशा के अधिकारियों के आकलन के अनुसार, चक्रवात से लगभग 44.8 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।

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