Prayagraj Crime News :कमरे से लेकर बाथरूम तक चलाता रहा गोली, जानें आखिर ऐसा क्या हुआ पत्नी, बेटे और बेटी को भून डाला



              A.P KESHARWANI REPORT ( Prayagraj ).                                 

                                                                                                                       

            • KESHARI NEWS24 , Sun, 17 May 2020 1:01 PM •                      

       

प्रयागराज के पड़िला स्थित सीआरपीएफ कैंप परिसर में शनिवार सुबह 6:00 बजे जवान विनोद यादव ने लाइसेंसी रिवाल्वर से पत्नी विमला देवी (36), बेटी सिमरन (11) और बेटा संदीप (15) की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद को कमरे में बंद कर गले में फांसी का फंदा डाल खुद को गोली मार ली। वजह चाहे जो रही हो लेकिन सीआरपीएफ जवान विनोद कुमार शनिवार सुबह अपना आपा खो बैठा था। उसके सिर पर जैसे खून सवार था। रिवॉल्वर से वह अंधाधुंध फायरिंग कर रहा था। कमरे से लेकर बाथरूम तक पीछा करके गोलियां चलाईं। बेटा बाथरूम की ओर भागा तो वहां भी उसे गोली मारी। एक-एक करके सब को गोलियों से भूनता चला गया। इस दौरान अंधाधुंध फायरिंग और झड़प में उसे भी एक गोली लग चुकी थी। कमरे के अंदर विरोध हुआ था। आखिर में कत्लेआम के बाद सिर में गोली मारकर उसने अपनी भी जान दे दी।

 सीआरपीएफ कैंप में एक ही परिवार के 4 लोगों के मारे जाने की सूचना पर फोरेंसिक टीम लेकर पुलिस मौके पर पहुंची तो कमरा अंदर से बंद था। सीआरपीएफ अधिकारियों और पुलिस अफसरों की मौजूदगी में दरवाजा खोला गया। कमरे के हालात बता रहे थे कि कुछ देर पहले यहां क्या और कैसे हुआ। अंदर कमरे में चौकी पर बेटे का खून से लथपथ शव पड़ा था। दूसरी ओर बेटी का शव और बीच में उसकी पत्नी का शव। बाथरूम में भी खून के निशान मिले जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि संभवत बेटा अंदर भागा तो उस पर वहीं गोली चला दी। कमरे के अंदर दीवारों पर गोलियों के निशान बता रहे थे कि कैसे अंधाधुंध फायरिंग की गई। 
एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज की मानें तो कमरे के अंदर हालात बता रहे थे कि हत्या से पहले वहां विरोध हुआ था। संभवत: बेटा कमरे के अंदर से बाथरूम की ओर भागा तो वहां भी गोली चला दी। बताया जा रहा है कि अंधाधुंध फायरिंग के दौरान हुई झड़प में ही विनोद की जांघ के पास गोली लगी होगी। अंदर वाले कमरे में विनोद यादव का शव फांसी के फंदे पर लटका था। उसके पैरों के नीचे जमीन पर रिवॉल्वर पड़ी थी। फोरेंसिक टीम ने रिवॉल्वर कब्जे में ले ली। थरवई एसओ भुनेश्वर चौबे ने बताया कि लाइसेंसी रिवॉल्वर से गोली चली है लेकिन वह किसके नाम से यह पता नहीं चला।  वहीं, पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे विनोद यादव के भाई अमन ने बताया कि उसके घर पर पिता के नाम से राइफल है। रिवॉल्वर कहां से आई उसे इसकी जानकारी नहीं है। अब पुलिस की जांच के बाद ही पता चलेगा कि घटना में इस्तेमाल रिवाल्वर कहां से आई। 

किसको कितनी गोली मारी 
जवान- विनोद यादव को 2 गोली
आरपीएफ जवान विनोद यादव को दो गोली लगी थी। पहली गोली जांघ और दूसरे सिर में। शक जताया जा रहा है कि बाईं तरफ से उसे गोली लगी और गोली मारने के साथ ही उसने फांसी लगा ली। सिर में लगी गोली जानलेवा साबित हुई। 

सीआरपीएफ जवान विनोद यादव की पत्नी विमला देवी को चार गोली लगी थी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला एक गोली सिर में एक गर्दन में और दो गोली उसके सीने में मारी गई थी।

बेटा- संदीप को 6 गोली
जवान विनोद यादव ने बेटे संदीप को गोलियों से छलनी कर दिया था। उसकी गर्दन, सीने, हाथ और सिर में कुल छह गोलियां मारी गई थीं। हालत देखकर शक जताया जा रहा है कि संभवत: उसी ने विरोध किया या भागने की कोशिश की तो उसे दौड़ाकर गोली मार दी।

11 साल की बेटी सिमरन को भी कांस्टेबल विनोद यादव ने जिंदा नहीं छोड़ा। सिर और गर्दन में दो गोली मार दी। सिर में गोली लगने से उसकी मौत हो गई।

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