महराजगंज में लॉकडाउन के बीच प्रशासन जहां लोगों को मनरेगा के तहत अधिक से अधिक काम दिलाने की कोशिश कर रहा है, वहीं जगह-जगह काम नहीं मिलने के आरोप भी लगने लगे हैं। शुक्रवार को परतावल क्षेत्र के सोहसा बांसपार में काम न मिलने से नाराज लोग छपिया बाजार में गोरखपुर-महराजगंज हाईवे पर पहुंच गए। सड़क जाम कर नाराजगी जतानी शुरू की। हालांकि दस मिनट में ही पहुंची पुलिस ने समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया। लेकिन इसको लेकर गांव की राजनीति गरमा गई है।
इस गांव में मनरेगा के तहत गुरुवार को काम हुआ और 280 मनरेगा मजदूरों ने काम किया। लेकिन मजदूरों का आरोप है कि अगले दिन शुक्रवार को वे काम की तलाश में पहुंचे तो काम ही नहीं दिया गया। इस लॉकडाउन के समय काम न मिलने से दो जून की रोटी की दिक्कत हो गई है। इससे नाराज लोग गांव से निकलकर हाईवे पर पहुंच गए और देखते ही देखते सड़क जाम कर दिया। ये लोग काम दिलाने की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने अधिकारियों से बात कर समस्या का समाधान कराने का भरोसा देकर जाम समाप्त कराया।
पांच गुना पहुंच गए थे मजदूर, छह दिन का काम एक ही दिन में हो गया था पूरा
ग्राम पंचायत अधिकारी सुधीर सिंह ने बताया कि सोहसा बांसपार में पोखरी का सुंदरीकरण कराया जा रहा था। इस काम में 60 मजदूर के हिसाब से छह दिन का काम कराने की योजना थी, लेकिन गुरुवार को एक साथ 280 मजदूर पहुंच गए और एक ही दिन में काम समाप्त हो गया। अब मजदूरों को दूसरे प्रोजेक्ट पर काम दिया जाएगा