वाराणसी के मंडलीय अस्पताल में कोरोना जांच की स्थायी लैब का निर्माण शुरू हो गया है। कई सुविधाओं से युक्त लैब में एक महीने में जांच शुरू हो जाएगी। इसके लिए शासन ने दो करोड़ रुपये स्वीकृत किया है। अभी जिले में बीएचयू के अलावा तीन निजी क्षेत्र की प्रयोगशालाओं में कोरोना सैंपलों की जांच हो रही है। मंडलीय अस्पताल की लैब बनने के बाद कोरोना जांच में तेजी आएगी।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के छह मंडलीय अस्पतालों में जांच सुविधा शुरू होनी है। उनमें बनारस का भी मंडलीय अस्पताल है। मंडलीय अस्पताल में दवा केन्द्र के ऊपर दूसरी मंजिल पर बन रही बायोसेफ्टी लेवल टू लैब में रियल टाइम पीसीआर मशीन भी होगी। अभी यह तय नहीं हुआ है कि इस लैब में रोज कितने सैंपलों की जांच होगी। यह मशीन लगने के बाद ही तय होगा।
जिले में अभी बीएचयू और तीन निजी लैब- एसआरएल, डॉ. लाल पैथ और कोर डायग्नोस्टिक में कोरोना जांच हो रही है। बीएचयू में जांच फ्री में हो रही है। वहीं निजी लैब में 4500 रुपये लिये जा रहे हैं। बीएचयू लैब की क्षमता रोज छह सौ सैंपलों की जांच की है। वहां आस-पास के जिलों के सैंपल भी आते हैं। इससे वहां से जांच रिपोर्ट मिलने में देर होती है।