यूपी के मेरठ मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 अस्पताल में गुरुवार तक 39 मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, बिजनौर, शामली, ग्रेटर नोएडा, मुजफ्फरनगर समेत आगरा के मरीज शामिल हैं। वहीं, मेडिकल के नॉन कोविड अस्पताल में एक मई से तीन जून तक 123 कोरोना संदिग्ध मरीजों की मौत हो चुकी है। इनकी मौत के बाद रिपोर्ट कोरोना निगेटिव आई। इन आंकड़ों के बाद स्वास्थ्य विभाग, मेडिकल कॉलेज में हड़कंप की स्थिति है। नॉन कोविड अस्पताल में इतनी संख्या में मौत के बाद शासन तक हिल गया है। मेडिकल अस्पताल में अब कोरोना संक्रमण के दौरान कोरोना पॉजिटिव और निगेटिव 162 मरीजों की मौत हो चुकी है।
नॉन कोविड अस्पताल में दस मई से चार जून तक के आकड़े बताते हैं कि 123 मौत कोरोना संदिग्ध मरीजों की हो चुकी है। यह मरीज मेडिकल अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती हुए। इनको गंभीर बीमारियां थी। मेडिकल अस्पताल में जब यह मरीज भर्ती हुए तो इनकी कोविड जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट आने में दो दिन लग गए, तब तक डाक्टर, स्टाफ कोरोना को लेकर डरे रहे। यह बड़ी वजह रही कि मात्र 25 दिनों में मेडिकल अस्पताल के नॉन कोविड अस्पताल में मौत का आकड़ा 123 पहुंच गया। इसके बाद से लखनऊ तक हड़कंप है।
डॉ. एसके गर्ग, कॉलेज प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज के मुताबिक इमरजेंसी वाले मरीजों के लिए ट्रूनेट मशीन के लिए गुरुवार को आर्डर कर दिया है। यह मशीन साढ़े 13 लाख रुपये की है। यह जल्द अस्पताल को मिल जाएगी। इसके बाद मरीजों को तीन से चार घंटे में रिपोर्ट मिल जाएगी। इसमें बाद मरीजों को जल्द इलाज मिल सकेगा।
गाजियाबाद 8
हापुड 2
बिजनौर 1
शामली 1
ग्रेटर नोएडा 1
आगरा 1
मुजफ्फरनगर 1