बिहार में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश होने की आशंका है. जिसकी वजह से नेपाल से लगे हुए तराई के इलाको में जबरदस्त जल जमाव होने की आशंका है.
25 लाख जन जीवन प्रभावित
बिहार में बाढ़ की स्थिति से अब तक 10 लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं. उत्तर बिहार में गोपालगंज से लेकर कटिहार तक बाढ़ का संकट गहराता हुआ दिख रहा है. 10 लाख लोगों ने तटबंधों और हाई-वे पर शरण लेने के लिए मजबूर हो गए हैं. लेकिन आने वाले समय में यह संख्या और ज्यादा बढ़ सकती है. जिसके कारण प्रभावित होने वाले लोगों का आंकड़ा बढ़कर 25 लाख तक पहुंच सकता है.
तीन दिनों में भारी बारिश की आशंका
नेपाल और बिहार में अगले दो से तीन दिनों में भारी बारिश की आशंका जताई जा रही है. मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 1 अगस्त तक नेपाल से सटे सभी इलाकों में जबरदस्त बरसात हो सकती है. जिसकी वजह से आने वाले समय में मुश्किल और बढ़ सकती है. बिहार के 15 जिलों में 7 नदियां खतरे के निशान से उपर बह रही हैं. दो दर्जन तटबंधों पर पानी भर चुका है.
ऐसी परिस्थितियों में अगर फिर से बारिश होती है तो समस्या गंभीर हो जाएगी. बिहार के 15 बाढ़ग्रस्त इलाकों में 7 नदियों के 29 रेनगेज स्थल हैं. जहां नदियों का खतरे का निशान मापा जाता है. चंपारण और मिथिला में 6 जगहों पर तटबंध टूटने की खबर भी आई है.
बाढ़ गस्त इलाकों में है ज्यादा खतरा
• बिहार में गंडक नदी गोपालगंज के डुमरियाघाट व मुजफ्फरपुर के रेवाघाट में खतरे के निशान से ऊपर
• बूढ़ी गंडक पूर्वी चंपारण के ललबेगियाघाट, मुजफ्फरपुर के अहिरवलिया व सिकंदरपुर, समस्तीपुर के रोसड़ा व खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर
• बागमती व अधवारा सीतामढ़ी के ढेंग, सोनाखान, शिवहर के डुब्बाधार, मुजफ्फरपुर के बनीबाद, दरभंगा के हयाघाट, कमतौल व एकमीघाट में खतरे के निशान से ऊपर
• कमला नदी मधुबनी के झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से ऊपर
• कोसी खगड़िया के बलतारा व कटिहार के कुरसेला में खतरे के निशान से ऊपर
• महानंदा पूर्णिया के ढेंगराघाट व कटिहार के झावा में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
बिहार में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश होने की आशंका , बिहार में बाढ़ से अब तक 10 लाख जनजीवन प्रभावित
7/27/2020 09:40:00 pm
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