देश , केरल गोल्ड स्कैम मामले में नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) ने मुख्य संदिग्ध स्वप्ना सुरेश और उसके परिवार वालों को कस्टडी में ले लिया है. कल रविवार को स्वप्ना सुरेश को एनआईए के कोच्चि दफ्तर में पेश किया जाएगा. एक अन्य आरोपी संदीप नायर को भी एनआईए ने गिरफ्तार किया है. स्वप्ना सुरेश उन चार आरोपियों में से एक है जिनके खिलाफ 30 किलो सोने की तस्करी मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मामला दर्ज किया है. 5 जुलाई को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कस्टम विभाग के अधिकारियों ने 30 किलो सोना पकड़ा था. इस मामले को लेकर राज्य की सियासत भी गरमाई हुई है. कांग्रेस ने तो गुरुवार को भी राज्यव्यापी प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से इस्तीफा मांगा.
इससे पहले बुधवार को मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे 'एक प्रभावी जांच के लिए हस्तक्षेप' करने का अनुरोध किया था.
दरअसल सोने की तस्करी की घटना का पर्दाफाश रविवार पांच जुलाई को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुई. हवाई अड्डे पर कस्टम विभाग के अधिकारियों ने पहले से प्राप्त गुप्त सूचना के आधार पर यूएई से आया एक डिप्लोमेटिक सामान पकड़ा. विदेश मंत्रालय से अनुमति लेने के बाद यूएई वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों की मौजूदगी में जब उसे खोला गया तो उसमें घरेलू इस्तेमाल की कई चीजों में भरा हुआ 30 किलो सोना मिला. इसका मूल्य लगभग 15 करोड़ रुपए का जानकारी दिया ।
इसके बाद उस व्यक्ति सरित कुमार को कस्टम विभाग ने हिरासत में ले लिया. पूछताछ में सरित ने बताया कि वह लगभग एक साल से हवाई अड्डे से इस तरह का सामान ले जा रहे थे. सरित ने बाद में विभाग को बताया कि उनकी एक सहयोगी केरल सरकार के आईटी विभाग की एक कर्मचारी है जिसका नाम स्वप्ना सुरेश है. सुरेश से पूछताछ करने के लिए जब विभाग हरकत में आया तो पता चला कि वो सामान खोले जाने के एक दिन पहले से लापता हैं.