Madhay Pradesh : माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 10वीं में टॉप करने वाली बनीं भोपाल की कर्णिका मिश्रा

KESHARI NEWS24  

मध्यप्रदेश शिक्षा बोर्ड की कक्षा 10वीं में टॉप करने वाली भोपाल की कर्णिका मिश्रा ने इस दिन के लिए कई बार भूखे पेट तक पढ़ाई की। पांच साल पहले सड़क हादसे में पिता को खोने के बाद कर्णिका की मां को जॉब करनी पड़ी। शनिवार को जब रिजल्ट आया, तब तक मां ड्यूटी पर चली गई थीं। कर्णिका को उनके घर आने का इंतजार है, ताकि वह मां को गले लगा सकें।

कर्णिका के टॉप करने के बाद बधाई देने वालों का तांता लग गया। मंत्री विश्वास सारंग ने भी उसे बधाई दी।

टॉपर कर्णिका का अगला लक्ष्य एमपी पीएससी 
कर्णिका ने बताया कि पिता की मौत के बाद मां ने ही सबकुछ संभाला। मां और नानी ही उसके लिए सबकुछ हैं। मां सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक ड्यूटी पर रहती हैं। उन्हें तो अभी इसके बारे में पता तक नहीं है। मैंने कभी भी पढ़ाई सिर्फ नंबर के लिए नहीं की। सिर्फ नॉलेज के लिए पढ़ाई करती हूं। सालभर रोजाना सुबह से शाम तक 3 से 4 घंटे नियमित पढ़ाई करती हूं। परीक्षा के दौरान भी इसी तरह पढ़ाई करती हूं। इससे अचानक कोई बोझ नहीं होता। इससे कुछ भूलने की घबराहट भी नहीं होती। मां और नानी ने पढ़ाई के लिए कभी भी प्रेशर नहीं डाला। मुझे पढ़ना अच्छा लगता है, क्योंकि उससे सीखने को मिलता है। अब मेरा अगला लक्ष्य एमपी पीएससी पास करना है। इसके लिए पीसीएम विषय से आगे की पढ़ाई करूंगी। 

कर्णिका के लिए स्कूल में एक कार्यक्रम रखा गया। इसमें उसे और उसकी नानी को बुलाया गया। मां के ड्यूटी पर होने के कारण अभी वे बेटी से नहीं मिल पाई हैं।

स्कूल में किया गया कार्यक्रम
कर्णिका अपने पढ़ाई के कारण स्कूल में सबकी चहेती है। फीस नहीं भर पाने के कारण स्कूल प्रबंधन ने उसकी फीस भी माफ कर दी। इसके साथ ही ट्यूशन के पैसे भी उससे नहीं लिए गए। स्कूल में उस पर विशेष ध्यान दिया जाता रहा। रिजल्ट आने के बाद स्कूल प्रबंधन ने अपनी टॉपर के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें मंत्री विश्वास सारंग भी पहुंचे। सभी ने उसे फूल-गुलदस्ते देकर बधाई दी। 

( केशरी न्यू़ज़24 के लिए सहयोगी संवाददाता अनुराग सिंह राठौड़ की रिपोर्ट )

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