बिहार की तरह यूपी में भी बागों से सीधे डोर स्टेप पर मिलेंगे मीठे दशहरी आम, सरकार शुरू कर रही ऑनलाइन सुविधा
उत्तर प्रदेश में भी अब ऑनलाइन बुक कर बागों से सीधे डोर स्टेप पर आप ताजे रसीले आम मंगा सकेंगे। यह सुविधा अगले सप्ताह से मिलनी शुरू हो जाएगी। बिहार राज्य की तर्ज पर सरकार ने यूपी में भी ऐसी सुविधा लोगों को घर बैठे पहुंचाने का निर्णय किया है। इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है उत्तर प्रदेश राज्य औद्यानिक सहकारी विपणन संघ (हॉफेड) को जिसका अगले सप्ताह से अपना पोर्टल काम करने लगेगा। पार्टल पर ही लोगों को आर्डर बुक कराने होंगे और बुक किए आर्डर के अनुसार उनके घर या बताए हुए स्थान पर आमों की आपूर्ति होगी। शुरुआत में दो किलोग्राम, चार किलोग्राम एवं पांच किलोग्राम की पैकिंग में आमों की आपूर्ति की जाएगी। बाद में अधिक वजन में आपूर्ति की भी योजना है।
हॉफेड की तैयारी इस बात की भी है कि आमों की ऑनलाइन बिक्री अगर पूरी तरह से सफल रहा तो हॉफेड अन्य फल व ताजी सब्जियां भी डोरस्टेप पर लोगों को मुहैय्या करना शुरू कर देगा। फिलहाल हॉफेड ने आमों की ऑनलाइन बिक्री के लिए लखनऊ के माल ब्लाक के इरादा फार्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन तथा प्राथमिक औद्यानिक उत्पादक विपणन सहकारी समिति के साथ शुक्रवार को एमओयू किया है। ताकि आर्डर मिलने पर इन दोनो उत्पादक संगठनों से आमों की आपूर्ति हो सके।
उद्यान विभाग के संयुक्त निदेशक डा. आर के तोमर ने बताया कि आम उत्पादकों को उनके उत्पाद का लाभकारी मूल्य दिलाने से लेकर उपभोक्ताओं को उनकी मांग के अनुसार बेहतरीन क्वालिटी के आम वाजिब दामों पर उपलब्ध कराना ही सरकार के इस प्रयास का मुख्य उद्देश्य है। इसकी सफलता के बाद हाफेड आम समेत अन्य फल-सब्जियां भी डोर स्टेप पर ऑनलाइन बेचने का कार्य शुरू करेगा। फिलहाल दो एफपीओ (किसान उत्पादक संगठन) से एमओयू किया जा चुका है जबकि कुछ अन्य के साथ बातचीत चल रही है जिस पर एक़ से दो दिनों के भीतर अन्तिम निर्णय हो जाएगा।
डा. तोमर ने कहा कि फिलहाल राजधानी लखनऊ में यह सुविधा शुरू की जा रही है। इसकी सफलता के बाद जिन जिलों से इसके बारे में अधिक डिमाण्ड आने लगेंगी वहां भी यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी। हालांकि डोर स्टेप आनलाइन बिक्री की यह योजना लखनऊ के बाद प्रदेश के कुछ बड़े शहरों मसलन कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, बरेली, सहारनपुर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, मुरादाबाद, अमरोहा तथा मेरठ में भी शुरू करने की है।
हॉफेड के पोर्टल पर ही देना होगा आर्डर-
हॉफेड के पोर्टल (जो एक-दो दिनों में विकसित हो जाएगा) पर खरीददार अपने ई-मेल या सीधे आर्डर बुक कराएंगे जो दोनो एफपीओ या आगे और इस योजना में शामिल होने वाले किसान उत्पादक संगठनों में से किसी एक के पास जाएगा। वही एफपीओ आर्डरकर्ता के डोर स्टेप पर आम की आपूर्ति करेगा।