वाराणसी में रामनगर के रामदास प्राथमिक स्कूल में क्वारंटीन किये गए विदेशी रविवार को दोबारा मणिकर्णिका घाट के सामने स्थित रेती पर बनी झोपड़ी में पहुंच गए। इस दौरान विदेशियों के बाहर घूमने की सूचना पुलिस को देने के साथ ही ग्रामीणों ने पर्यटकों को वापस लौटने को कहा। पर्यटकों के इंकार करने पर ग्रामीणों ने विरोध किया। बाद में पहुंची पुलिस ने उन्हें वहां से हटाया।
घटना सुबह दस बजे की है। किला रोड की सड़कों से होते हुए रूस से आए तीनों विदेशी रेती पर पहुंचे तो घाट किनारे मौजूद लोग हैरान रह गए। पता चला कि शेल्टर होम में इनको रखे हुए 45 दिन से भी ज्यादा हो गये है। विदेशियों के आग्रह पर पुलिस ने इन्हें रेती पर जाने की अनुमति प्रदान की थी। विदेशियों ने शेल्टर होम में अत्यधिक गर्मी होने की बात कही।
यह बताया कि रूस की महिला जोया उच्च रक्तचाप की बीमारी से भी ग्रसित है। लिहाजा बाहर घूमने के साथ ही डाक्टर से जांच कराने का अनुरोध किया। थाना प्रभारी निरीक्षक नरेश कुमार सिंह ने बताया कि रामनगर गंगा किनारे व शेल्टर होम में इन्हें काफी रखा गया है। इसकी सूचना पर्यटन विभाग व एलआईयू को दे दी गयी है। अत्यधिक गर्मी व समय पूरा होने के कारण इन विदेशी पर्यटकों को कहीं और रखने की व्यवस्था की जा रही है।