वाराणसी
मुंबई से बुधवार की सुबह बनारस पहुंची श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन में दो युवकों का शव मिला। एक युवक की पहचान जौनपुर के बदलापुर निवासी 30 वर्षीय दशरथ के रूप में हुई। दूसरे की पहचान नहीं हो सकी है। इससे पहले मंगलवार की देर रात गुजरात और महाराष्ट्र से बिहार जा रही दो ट्रेनों में दो लोगों की मौत हो गई थी। वाराणसी कंट्रोल रूप की सूचना पर दोनों का बलिया स्टेशन पर उतारा गया था।
वाराणसी आई ट्रेन में मृत मिले दिव्यांग दशरथ मुंबई में अपने भाई लालमणि प्रजापति के साथ रहता था। भाई के साथ ही श्रमिक एक्सप्रेस से घर वापस जा रहा था। बुधवार की सुबह ट्रेन बनारस के मंडुवाडीह स्टेशन पहुंची तो भाई लालमणि ने दशरथ को जगाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं उठा।स्टेशन पर मौजूद रेलवे पुलिस को इसकी सूचना दी गई। पता चला कि उसकी मौत हो गई है।
उसी बोगी में बैठे एक और युवक का शव दूसरी बर्थ पर मिला। उसकी पहचान नहीं हो सकी है। उसके शरीर पर क्रीम कलर का हाफ पैंट और चेकदार शर्ट है। मौके पर बीएचयू से पहुँचे अस्पतालकर्मियों ने पीपीई किट पहनकर दोनों शवों को निकाला और पोस्टमार्टन के लिए भेजा। कोरोना से मौत की चर्चा के कारण स्टेशन पर अफरातफरी की स्थिति रही।
इससे पहले मंगलवार की देर रात बलिया में दो ट्रेनों में दो युवकों की मौत हो गई थी। प्रवासियों को लेकर दरभंगा (बिहार) जा रही श्रमिक स्पेशल में गाजीपुर के समीप 28 वर्षीय शोभरन कुमार (निवासी चिकना, थाना दूभी, जिला जनकपुर, नेपाल) की तबियत बिगड़ने लगी। इससे यात्रियों में हड़कम्प मच गया। यात्रियों ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी। कंट्रोल रूम से इसकी सूचना बलिया रेल प्रशासन को दी गई।
मंगलवार की रात करीब 9 बजे ट्रेन बलिया स्टेशन पहुंचते ही स्टेशन अधीक्षक संजय सिंह के साथ मौजूद रेलवे के डॉक्टर ने मरीज की जांच की और उसकी हालत नाजुक होने पर उसे ट्रेन से उतारकर उसके दो साथियों के साथ एम्बुलेंस द्वारा जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां रात करीब एक बजे उसकी मौत हो गई।
इस बीच रात करीब साढ़े 9 बजे बलिया रेल प्रशासन को कंट्रोल रूम एक और सूचना मिली कि सूरत (गुजरात) से हाजीपुर (बिहार) जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में एक अधेड़ प्रवासी की मौत हुई है। स्टेशन अधीक्षक ने इसकी सूचना तत्काल जीआरपी को दी। ट्रेन स्टेशन पर पहुंचते ही रेलवे के चिकित्सक ने 58 वर्षीय भूषण सिंह (निवासी बंशी छपरा, थाना एकमा, जिला सारण, बिहार) को चेक करते हुए उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।
स्टेशन अधीक्षक संजय सिंह के अनुसार वाराणसी कंट्रोल रूम से दोनों प्रवासियों की सूचना मिली थी, जिसके बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए दोनों प्रवासियों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। इस दौरान एक प्रवासी को तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया, जबकि दूसरे की इलाज के दौरान मौत हो गई।