गुजरात में 5.5 और जम्मू-कश्मीर में 3.3 तीव्रता का भूकंप , कई मकानों की दिवारों एवं छत पर आया दराऱें

गुजरात के राजकोट में धरती हिलते ही लोग घरों के बाहर निकले। लोगों ने बताया कि झटके काफी तेज थे और कई सेकंड तक वह इसे महसूस करते रहे। कई जगह मकानों में दरारें पड़ गई हैं।

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने भूकंप के तुरंत बाद राजकोट, कच्छ और पाटन जिले के कलेक्टरों से बात की है और स्थिति का जायजा लिया है। सीएम कार्यालय की ओर से यह जानकारी दी गई है।

भूकंप के बाद अहमदाबाद में तेज बारिश
भूकंप की वजह से दहशत में आए लोग घरों से बाहर निकले, लेकिन कुछ ही देर बाद यहां तेज बारिश होने की सूचना है। सोशल मीडिया पर अहमदाबाद के कुछ निवासियों ने कहा है कि भूकंप के बाद बादल भी गरजने लगे और तेज बारिश शुरू हो गई। 

गुजरात में विशेष रूप से कच्छ में अक्सर हल्के भूकंप के झटके महसूस किये जाते हैं। उनकी तीव्रता 1 से 3 के बीच होती है। पर आज का झटका तेज था। गुजरात में भूकंप से लोगों के 2001 के जख्म हरे हो जाते हैं, जब 26 जनवरी के दिन सुबह आए भूकंप ने हजारों लोगों की जान ले ली थी और बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए थे। कई शहर, कस्बे और गांव मलबे के ढेर में बदल गए थे। उस दिन भूकंप का केंद्र कच्छ में था और तीव्रता 6.9 थी।

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