हार्मोन का स्त्राव ज्यादा होता है। विभिन्न शोध में इस हार्मोन को स्वस्थ कोशिकाओं को संक्रमित करने की कोरोना वायरस की क्षमता बढ़ाने के लिए जिम्मेदार पाया गया है।
मुख्य शोधकर्ता प्रोफेसर कार्लोस वामबियर के मुताबिक गंजापन कोरोना संक्रमण के खतरे का आकलन करने में मददगार साबित हो सकता है। इसकी वजह एंड्रोजन हार्मोन से कोरोना वायरस को शरीर में आसानी से प्रवेश मिलना है।
वामबियर ने बताया कि स्पेन और अमेरिका में हुए अध्ययन के नतीजे भी कुछ यही बयां करते हैं। स्पेन में जहां कोरोना संक्रमण के चलते भर्ती पुरुष मरीजों में 79 फीसदी को बाल झड़ने की शिकायत थी।
वहीं, लॉस एंजिलिस में प्रोस्टेट कैंसर के इलाज के लिए एंड्रोजन का उत्पादन घटाने वाली दवाएं लेने वाले पुरुषों में कोरोना का जोखिम बेहद कम मिला। अध्ययन के नतीजे ‘जर्नल ऑफ द अमेरिकन एकेडेमी ऑफ डर्मोटोलॉजी’ के हालिया अंक में प्रकाशित किए गए हैं।
- डॉक्टर जान रिचर्ड ने शोध संबंधित जानकारी दिया -