भारत-चीन सीमा पर हो रही सड़क के निर्माण का निरीक्षण करने गए भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (आईइएस) अधिकारी सुभान अली की जिप्सी अनियंत्रित होकर करीब पांच हजार फीट खाई में गिर गई। सेना के अधिकारियों ने सुभान की जिप्सी तो तलाश ली है लेकिन अभी तक सुभान का पता नहीं चला है। आईइएस ऑफीसर की खोजबीन में सेना के हेलीकॉप्टर भी लगे थे।
भारतीय इंजीनियरिंग सेवा के अधिकारी सुभान बलरामपुर जिले के कौवापुर कस्बा क्षेत्र के जयनगरा गांव के निवासी हैं। सुभान की प्रारम्भिक शिक्षा जिले के रमईडीह किसान आदर्श विद्या मंदिर से हुई थी। तीन माह पूर्व उनकी तैनाती रक्षा मंत्रालय में सिविल इंजीनियर पद पर लद्दाख में हुई थी। जयनगरा गांव निवासी रमजान अली के 28 वर्षीय पुत्र सुभान अली ने छह माह पूर्व संघ लोक सेवा आयोग की भारतीय इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा उत्तीर्ण कर क्षेत्र का नाम रोशन किया था।
सिविल इंजीनियरिंग ट्रेड में 24वीं रैंक हासिल करने वाले सुभान को शुरुआती दौर में दिल्ली विकास प्राधिकरण में सिविल इंजीनियर के पद पर तैनाती मिली। अप्रैल 2020 में उनकी तैनाती लद्दाख में कर दी गई। वर्तमान समय में सुभान अली की ड्यूटी कारगिल क्षेत्र में बने क्वारंटाइन सेंटर में लगी हुई थी। भारत-चीन सीमा पर मीना मार्ग से द्रास तक सड़क निर्माण हो रहा है। सोमवार को सुभान इसी सड़क का निरीक्षण करने गए थे। निरीक्षण के दौरान उनकी जिप्सी अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई।
सुभान जिस जिप्सी में तैनात थे वह करीब पांच हजार फीट गहरी खाई में पलटी है। जिप्सी को तो सेना के जवानों ने खोज निकाला है लेकिन सुभान का पता नहीं चल सका है। घटना की जानकारी होने पर सुभान के परिजनों का बुरा हाल है। सुभान के घर में पिता रमजान, मां मेहरुनिशा, भाई शाबान अली, बहन शमा परवीन, सीमा व सोनी हैं। तुलसीपुर विधायक कैलाशनाथ शुक्ल समेत तमाम लोगों ने परिजनों को ढांढस बंधाया है।
आईइएस सुभान अली रोज वीडियो काल के माध्यम से अपने परिवार से बात करते थे। भारत और चीन के बीच उपजे विवाद से घर वाले भी सुभान को लेकर चिन्तित रहते थे। सुभान के भाई शाबान ने बताया कि सोमवार को भाई का फोन नहीं आया। इधर से फोन करने पर भी संपर्क नहीं हुआ। भाई ने मंगलवार को सुभान के सीनियर आफीसर को फोन किया। उसके बाद परिजनों को घटना की जानकारी हुई।
27 जुलाई को होने वाली थी सुभान की शादी
परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक जुलाई माह में आईइएस सुभान की शादी की तारीख तय थी। घर में शादी की तैयारियां हो रही थीं। भाई शाबान ने बताया कि इसके पूर्व अप्रैल में उनके शादी की तारीख तय थी लेकिन लॉकडाउन के कारण शादी की तारीख आगे बढ़ानी पड़ी थी।
कपड़ा सीकर बेटे को कराई थी संघ लोक सेवा आयोग की तैयारी