KESHARI NEWS24 • Satish Kesharwani
बलिया में बैरिया तहसील के गंगा पार के गांव नौरंगा में सिकंदराबाद से आये प्रवासी मजदूर की रविवार को मौत हो गयी। इससे गांव में मातम के साथ ही दहशत व्याप्त है। ग्रामीणों के अनुसार युवक की गांव के स्कूल में क्वारंटीन रहते समय से ही तबियत खराब चल रही थी।
बताया जाता है कि गांव निवासी 29 वर्षीय वकील सिकंदराबाद से पिछले 15 मई को गांव आया था। संक्रमण के मद्देनजर प्राथमिक विद्यालय नौरंगा में 14 दिन क्वारंटीन रहा। ग्रामीणों के अनुसार इसी दौरान इसकी तबियत खराब रहने लगी। ग्रामीणों की मानें तो मृत युवक का 21 मई को सेम्पल भी लिया गया, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आयी थी।
सांस, दमा व बुखार से पीड़ित युवक का इलाज परिजनों ने पटना स्थित एक निजी अस्पताल में कराया। कुछ दिन के इलाज के बाद युवक ठीक भी हो गया। इसी बीच शनिवार देर रात अचानक फिर तबियत खराब हो गयी। सांस लेने में दिक्कत के साथ ही सीने में दर्द होने की शिकायत पर परिजन रविवार सुबह बिहार के शाहपुर ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही दम तोड़ दिया था। मृतक के तीन पुत्र व एक पुत्री है। बड़ा लड़का महज 6 वर्ष का है। घटना के बाद पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।
17 कोरोना मरीजों को मिली अस्पताल से छुट्टी
जिले के लिए रविवार का दिन एक बार फिर राहत लेकर आया। कोरोना की चपेट में आए 17 मरीजों को बसंतपुर स्थित एल-1 अस्पताल से छुट्टी मिल गयी। इस प्रकार अबतक मिले 105 पॉजिटिव में से 70 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। फिलहाल 35 एक्टिव केस हैं। इनमें से 34 का बसंतपुर व एक का आजमगढ़ स्थित मंडलीय अस्पताल में इलाज चल रहा है। 639 सेम्पल की रिपोर्ट आनी अभी शेष है। हालांकि जांच का सिलसिला लगातार जारी है।
जिले में कोरोना का पहला मरीज 11 मई को आया था। उसके बाद से लगातार इसकी संख्या बढ़ती गयी। अबतक 4857 लोगों की सेम्पलिंग हो चुकी है। इसमें से 105 पॉजिटिव मिले हैं। हालांकि 4119 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आयी है। राहत की बात यह है कि 70 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। इनमें 17 को रविवार को डिस्चार्ज किया गया। इससे पहले 53 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।