उत्तर प्रदेश के वाराणासी में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि को लेकर बुधवार को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने खजूरी और सिगरा इलाके में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। जिले के पूर्व सांसद डॉ राजेश मिश्रा ने खजूरी कॉलोनी से पुलिसलाइन तक सफारी और पोलो कार को बैलगाड़ी से खिंचवाकर प्रतिकात्मक तौर विरोध दर्ज कराया। दूसरी ओर सिगरा पर भैंस के आगे बीन बजाने का कार्यक्रम भी रखा गया था, लेकिन पुलिस ने इस कार्यक्रम को रोक दिया।
डॉ राजेश मिश्रा ने बताया- लगातार पेट्रोल डीजल के दाम कैसे बढ़े हैं। इसका चार्ट हम सभी के गले में था। सरकार नहीं चाहती कि महंगाई पर कंट्रोल हो। इनकी नीतियां जनता के लिए नहीं हैं। वहीं पूर्व जिलाध्यक्ष हरीश मिश्रा के नेतृत्व में सरकार को जगाने के लिए विद्यापीठ मार्ग पर स्थित पेट्रोल पंप पर भैंस के आगे बिन बजाने का कार्यक्रम था। सिगरा पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को रोक दिया तो जमकर तीखी बहस हुई।
सिगरा इंस्पेक्टर आशुतोष ओझा ने बताया कि धारा 144 लागू की गई है। सभी को समझा-बुझा कर भेज दिया गया है। कार्यक्रम की कोई अनुमति नही ली गई थी। फिलहाल कोई भी कार्यवाही नहीं किया गया है। वहीं, हरीश मिश्रा ने आरोप लगाया कि हम शांति पूर्वक भैंस के आगे बीन बजाना चाह रहे थे। रास्ते से ही भैंस को फोर्स ने वापस भेज दिया। उसी में हमारी बीन भी कहीं गुम हो गई। हम लोग बस 5 से 6 लोग थे। दर्जनों पुकिसकर्मी रोकने के लिए लगा दिया गया। हम बस सरकार को कोरोना काल में मंहगाई का संदेश देना चाहते थे। हमारे पत्रक को भी पुलिस नहीं ले रही थी।