यूपी के गोण्डा जिलें में जंगली सांड़ों के टकराने से रविवार की भोर में मालगाड़ी का एक डिब्बा ट्रैक से उतर गया। इस कारण गोरखपुर-गोंडा के बीच ट्रेनों का आवागमन साढ़े पांच घंटा बाधित रहा। करीब 10:15 बजे टूटे हुए ट्रैक को ठीक किया जा सका और ट्रेनों का संचालन बहाल हो सका। इस घटना की जांच का आदेश मंडल रेल प्रबंधक ने दिया है।
गोरखपुर-गोंडा रेल खंड पर बरुआचक रेलवे स्टेशन से रविवार की सुबह 4.33 बजे अप बीसीएन मालगाड़ी ट्रेन जो कि समस्तीपुर से चलकर अंबाला की ओर जा रही थी। जब यह मालगाड़ी रविवार की भोर 4:33 बजे बरूवाचक रेलवे स्टेशन से गोंडा के लिए रन थ्रू निकल रही थी। तभी जंगली सांड़ों का झुंड ट्रैक पर आ गया।
सांड़ों के टकराने से मालगाड़ी के नौवां डिब्बा ट्रैक से उतर गया। जिस कारण से गोरखपुर-गोंडा के बीच ट्रेनों का आवागमन साढे़ पांच घंटे तक बाधित रहा। इसकी सूचना मिलते ही गोंडा से दुर्घटना सहायता यान ट्रेन तत्काल मौके के लिए रवाना कर दिया गया। इस रिलीफ ट्रेन के पहुंचते ही इसमें मौजूद कर्मचारियों द्वारा युद्ध स्तर से कार्य किए जाने के बाद रविवार की सुबह 10:15 पर उतरे हुए डिब्बे को ट्रैक पर लाया जा सका व ट्रैक को ठीक किया जा सका है। जबकि डाउन ट्रैक चालू रहा। गनीमत यह रही कि मालगाड़ी के सभी डिब्बे खाली थे। उधर डिवीजन के जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने बताया कि मंडल रेल प्रबंधक ने जांच के आदेश दिये है ।
सांड़ों के टकराने से मालगाड़ी के नौवां डिब्बा ट्रैक से उतर गया। जिस कारण से गोरखपुर-गोंडा के बीच ट्रेनों का आवागमन साढे़ पांच घंटे तक बाधित रहा। इसकी सूचना मिलते ही गोंडा से दुर्घटना सहायता यान ट्रेन तत्काल मौके के लिए रवाना कर दिया गया। इस रिलीफ ट्रेन के पहुंचते ही इसमें मौजूद कर्मचारियों द्वारा युद्ध स्तर से कार्य किए जाने के बाद रविवार की सुबह 10:15 पर उतरे हुए डिब्बे को ट्रैक पर लाया जा सका व ट्रैक को ठीक किया जा सका है। जबकि डाउन ट्रैक चालू रहा। गनीमत यह रही कि मालगाड़ी के सभी डिब्बे खाली थे। उधर डिवीजन के जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने बताया कि मंडल रेल प्रबंधक ने जांच के आदेश दिये है ।