दिल्ली में मौजूद गाज़ीपुर लैंडफिल साइट यानि एशिया के सबसे बड़े कूड़े के पहाड़ को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच राजनीति गरमाई हुई है. पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर ने गुरुवार को ट्वीट कर जानकारी दी कि गाज़ीपुर लैंडफिल साइट की ऊंचाई 1 साल में 40 फीट कम कर दी गई है. तो वहीं शुक्रवार को कोंडली विधानसभा से आम आदमी पार्टी के विधायक कुलदीप कुमार ने गाज़ीपुर लैंडफिल साइट का दौरा किया और गौतम गंभीर के दावे को झूठा बताया.
कुलदीप कुमार के दौरे के बाद आम आदमी पार्टी की ओर से जारी बयान के मुताबिक "गौतम गंभीर के दावे की सत्यता जांचने के लिए जब आम आदमी पार्टी विधायक कुलदीप कुमार ने अधिकारियों से बातचीत की तो बेहद ही चौकाने वाले तथ्य सामने निकल कर आए. अधिकारियों ने बताया कि जो दो मशीन वहां पर कूड़े को मिट्टी बनाने के लिए मौजूद हैं, वो 1 दिन में केवल 600 टन कूड़े को ही मिट्टी के रूप में परिवर्तित कर पाती हैं, जबकि रोज़ वहां पर 2600 टन कूड़ा डाला जाता है. जब विधायक कुलदीप कुमार ने अधिकारियों से पूछा कि बाकी का बचा हुआ 2000 टन कूड़ा कहां जाता है, तो अधिकारियों ने जवाब में बताया कि 2000 टन कूड़ा लैंडफिल साइट के पास में ही फेंक दिया जाता है."
कुलदीप कुमार ने दावा किया है, "लैंडफिल साइट की चौड़ाई कम होने की बजाय और अधिक बढ़ गई है. कूड़े के पहाड़ पर जो रास्ता 10 फुट का होता था, आज वह रास्ता 30 फुट का हो गया है. हकीकत ये है कि उस कूड़े के पहाड़ को कम नहीं किया जा रहा, बल्कि कूड़े को फैलाकर पहाड़ की चौड़ाई को और बढ़ाया जा रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों की जान को खतरे की संभावना और बढ़ गई है."
कुलदीप कुमार के दावों पर गौतम गंभीर का पलटवार
कुलदीप कुमार के दावों पर पलटवार करते हुए सांसद गौतम गंभीर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ट्वीट कर लिखा है, "मुख्यमंत्री जी, MLA को भेजकर दिल्ली में हो रहे एक अच्छे काम पर कीचड़ उछालना आपको शोभा नहीं देता. मैं 1 साल से 20 सालों की सरकारों का जमा कूड़ा साफ़ कर रहा हूं. मैंने आपको 3 बार बुलाया है, फिर बुलाता हूं. खुद बताऊंगा की कैसे पहाड़ कम हुआ और legacy waste कहां जा रहा है. आएंगे?"
गौरतलब है कि गाज़ीपुर लैंडफिल साइट की ऊंचाई कम करना गौतम गंभीर के चुनावी वादों में शामिल था. गंभीर ने इस लैंडफिल साइट की ऊंचाई 40 फीट तक कम करने का दावा किया है.