खेल , इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच आज बुधवार से साउथम्पटन में शुरू होने वाले तीन मैच की सीरीज के पहले टेस्ट मैच को कोरोना महामारी के चलते 117 दिन बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट फिर वापसी करेगा. वनडे क्रिकेट की शुरुआत के बाद यह पिछले 46 सालों में पहला मौका है जब 100 से ज्यादा दिनों तक कोई इंटरनेशनल मैच नहीं खेला गया.
कोविड-19 महामारी के कारण 13 मार्च 2020 के बाद से ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट ठप्प पड़ा है. अब इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच बॉयो सिक्योर वातावरण में खाली स्टेडियमों में क्रिकेट पर लगा ब्रेक हटने जा रहा है. इससे पहले आखिरी मैच आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच सिडनी वनडे खेला गया था.
वनडे और फिर टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के आने से बीच बीच में कुछ अवसरों पर टेस्ट मैच 100 से अधिक दिन के अंतराल में खेले गये. लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) सहित विभिन्न घरेलू लीग की शुरुआत के बावजूद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कभी ऐसा देखने को नहीं मिला था.
इससे पहले 1972 में 114 दिन और 1973 में 113 तक कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला गया था. एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत पांच जनवरी 1971 को हुई थी लेकिन पहले चार वर्षों में केवल 15 मैच खेले गये थे. यही वजह थी कि 19 अगस्त 1971 से 16 फरवरी 1972 तक कोई मैच नहीं खेला गया था. इसका मतलब 181 दिन तक कोई मैच नहीं हुआ जो पिछले पांच दशकों में दो मैचों के बीच सबसे लंबा अंतराल है.
जब तक सीमित ओवरों की क्रिकेट नहीं खेली जाती थी तब दो अंतरराष्ट्रीय मैचों या यूं कहें कि टेस्ट क्रिकेट में दो मैचों के बीच लंबा अंतराल देखने को मिलता था. ऐसा सबसे लंबा अंतराल पहले और दूसरे विश्व युद्ध के बीच देखने को मिला.
6 साल तक नहीं खेला गया था क्रिकेट मैच : पहले विश्व युद्ध के दौरान छह साल नौ महीने और 20 दिन यानि कुल 2485 दिन तक कोई टेस्ट मैच नहीं खेला गया. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान भी 2414 दिन तक कोई मैच नहीं हुआ था. अगर विश्व युद्ध को छोड़ दें तो 14 अगस्त 1899 से लेकर 13 दिसंबर 1901 तक यानि 851 दिन तक कोई टेस्ट मैच नहीं खेला गया. लेकिन तब दक्षिण अफ्रीका में युद्ध किे कारण वहां खेले जाने वाले टेस्ट मैचों को रद्द किया गया था.
टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत में जरूर कई दिनों तक कोई मैच नहीं खेला जाता था. मसलन इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के बीच दूसरे टेस्ट मैच के बाद तीसरा टेस्ट मैच 642 दिन बाद खेला गया था जबकि तीसरे और चौथे टेस्ट मैच में 613 दिन का अंतराल रहा. फरवरी 1883 से लेकर जुलाई 1884 के बीच 509 दिन तक कोई मैच नहीं खेला गया था.
सीमित ओवरों की क्रिकेट के चलन के कारण हाल में विशेषकर उन वर्षों में 100 से अधिक दिन तक टेस्ट मैच नहीं खेला गया जब वनडे विश्व कप का आयोजन किया गया. जैसे कि पिछले साल इंग्लैंड में विश्व कप खेला गया. इससे पहले खिलाड़ी आईपीएल में व्यस्त रहे और इस कारण दो टेस्ट मैचों के बीच 131 दिन का अंतराल देखने को मिला. वर्तमान में यह अंतराल 130 दिन का है.