उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में इंसान और बेजुबान के बीच हैरान करने वाले रिश्ते की कहानी सामने आई है। एक महिला स्वास्थ्य अधिकारी की बीमारी के चलते मौत हो गई। जैसे ही उनका शव घर पहुंचा तो लोगों को रोते बिलखते देख उनकी पालतू वफादार डॉगी जया बेचैन हो उठी। भौंकना एवं रोना शुरू कर दिया। यह देख मृतका के बेटे ने डॉगी को मकान की चौथी मंजिल पर एक कमरे में बंद कर दिया। लेकिन किसी तरह डॉगी छत पर पहुंच गई। जहां से उसने छलांग लगा दी। डॉगी जया की मौके पर मौत हो गई। इसके बाद महिला स्वास्थ्य अधिकारी व उनके डॉगी का एक साथ शव यात्रा निकाली गई। जिसने भी यह नजारा देखा उसकी आंखें नम हो गईं।
स्वास्थ्य विभाग में जेडी के पद पर तैनात थीं डॉ. अनीता राज
दरअसल, बर्रा थाना क्षेत्र के मलिकपुरम में रहने वाले डॉक्टर राजकुमार सचान हमीरपुर में मुख्य चिकित्साधिकारी हैं। परिवार में पत्नी अनीता राज सचान जिले में ज्वाइंट डायरेक्टर के पद पर तैनात थीं। बड़ा बेटा डॉक्टर तेजस और बेटी जाह्नवी के साथ रहती साथ में रहते थे। डॉक्टर अनीता राज 13 साल पहले केपीएम हॉस्पिटल के पास से जया को उठाकर घर लायी थीं। जया के शरीर पर कीड़े पड़े थे। अनीता ने उसका इलाज कराया। जब जया ठीक हो गई तो घर पर ही उसे पाल लिया था। जया को अनीता से बहुत लगाव था। अनीता जब तक घर नहीं आ जाती थी, वो सोती नहीं थी।
किडनी की बीमारी से परेशान थीं डॉ. अनीता
डॉक्टर अनीता राज को किडनी में इंफेक्शन था। बीते एक हफ्ते से अनीता राज एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट थीं। परिजनों के मुताबिक, इस बीच डॉगी जया ठीक से खाना भी नहीं खा रही थी। जया की आंखों से लगातार आंसू बहते रहते थे। जया उदास रहती थी। बुधवार को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।