उत्तर प्रदेश में सीतापुर जिले शहर कोतवाली क्षेत्र में बुधवार रात राजनीतिक रंजिश के चलते एक प्रधान प्रतिनिधि की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप गांव के ही पूर्व प्रधान और उनके परिजनों पर लगा है। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का मौका मुआयना कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, एसपी आरपी सिंह ने तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए पूरे मामले की जांच एएसपी को सौंपी है।
मनरेगा का काम देखने गया था प्रधान प्रतिनिधि
यह घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के पकरिया धापूपुर गांव की है। यहां रहने वाले कल्लू शर्मा की पत्नी वर्तमान प्रधान हैं। बुधवार देर रात प्रधान पति कल्लू शर्मा ग्राम सभा के दूसरे गांव गंगापुर में मनरेगा के कार्य देखने गए थे। आरोप है कि, इसी दौरान पूर्व प्रधान कृष्ण गोपाल और उनके पक्ष के तकरीबन आधा छह अन्य लोगों ने कल्लू पर धारदार हथियार और लाठी-डंडों से ताबड़तोड़ प्रहार कर दिया। जिससे कल्लू की मौत हो गई।घटना के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। घटना की जानकारी परिजनों को मिलते ही मौके पर पहुंचे और सूचना पुलिस को दी।
मौके पर पुलिस के आलाधिकारियों ने भी घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। एडिश्नल एसपी राजीव दीक्षित का कहना है कि मृतक ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के पुत्र मोहन की तहरीर के आधार पर पूर्व प्रधान समेत छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों की तलाश की जा रही है।
दरोगा और दो सिपाही निलंबित
एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरे घटनाक्रम को बारीकी से अध्यन किया। एसपी ने मामले में लापरवाही बरतने पर इलाके के हल्का इंचार्ज आलोक यादव और बीट सिपाही रामश्रृंगार चौधरी, ब्रजेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलबिंत कर दिया