यूपी में वाराणसी के कस्तूरबा आवासीय विद्यालयों में कार्यरत तीन शिक्षकों और एक वार्डेन को विभिन्न अनियमितताओं में बर्खास्त कर दिया गया है। इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी जाएगी। इसके अलावा अब तक मानदेय के रूप में भुगतान की गई धनराशि की वसूली की जायेगी ।
बर्खास्त होने वालों में शिवपुर स्थित कस्तूरबा विद्यालय में हिन्दी और संस्कृत के अंशकालिक शिक्षक रामचरित्र यादव शामिल हैं। इन पर आरोप है कि मेरिट की की अवहेलना कर इनकी नियुक्ति की गई थी। इनसे अधिक मेरिट वाले के प्रतीक्षा सूची में रखा गया है।
आराजी लाइंस कस्तूरबा में हिन्दी और संस्कृत की शिक्षिका तैनात सरिता आर्या मूल शैक्षिक अभिलेख के अनुसार मेरिट का लब्धांक 192.32 है। चयन करते समय उनका लब्धांक 249.94 कर दिया गया।
विद्यालय में तैनात सामाजिक विज्ञान के शिक्षक अंजनी राय की शैक्षिक मेरिट 214.52 है। चयन सूची में इसे बढ़ा कर 287.47 कर दिया गया। कस्तूरबा विद्यालय शिवपुर में कार्यरत वार्डेन यादवेश कुमार सिंह का चयन अनुसूचित जाति संवर्ग के लिए आरक्षित सीट पर किया गया। जबकि उनका जाति प्रमाणपत्र ओबीसी संवर्ग का है। इसलिए इनकी संविदा समाप्त कर दी गई है।
बीएसए राकेश सिंह ने बताया है कि शासन के निर्देश पर दस जून को मुख्य विकास अधिकारी ने तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की थी।
समिति ने छह कस्तूरबा आवासीय विद्यालयों में कार्यरत 84 शिक्षकों और कर्मचारियों के उनके मूल शैक्षिक अभिलेख, आधार कार्ड, चयन और मेरिट सूची की जांच की गई। जांच समिति ने इस दौरान तीन शिक्षकों और वार्डेन से स्पष्टीकरण मांगा गया। मगर उनका जवाब संतोषजनक नहीं था। इनकी संविदा जिलाधिकारी की संस्तुति के बाद समाप्त कर दी गई।