भारत लॉकडाउन की वजह से कोरोना को काबू में करने में सफल रहा है, लेकिन पिछले सात दिनों के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। देश के करीब एक तिहाई मामले सात दिनों में ही सामने आए हैं। लॉकडाउन 4.0 से रियायतों के साथ इन बढ़ते मामलों ने नई चुनौती पैदा की है। पिछले एक हफ्ते से औसतन रोज चार से पांच हजार मरीज बढ़ रहे हैं। खासकर महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, दिल्ली और मध्य प्रदेश में तेजी से संक्रमण मुश्किलें बढ़ा रहा है।
तब्लीगी जमात से संक्रमण का पहला मामला 17 मार्च को सामने आया था, जो 19 अप्रैल आते-आते 23 राज्यों में जमात के जरिये संक्रमण पहुंच गया। देश में 19 अप्रैल के हिसाब से तीस फीसदी मरीज तब्लीगी जमात के थे। अब देश में घर लौटे करीब चार हजार प्रवासी मजदूर संक्रमित पाए गए हैं। इनमें अकेले 1230 यूपी और बिहार में 788 हैं। उत्तर प्रदेश और बिहार से ही करीब 13 लाख प्रवासी मजदूर राज्य में लौट चुके हैं।
नए मरीजों की बढ़ती तादाद
22 मई-6088
21 मई-5609
20 मई-5729
19 मई-4860
18 मई-5242
17 मई-4987
16 मई-3970
महाराष्ट्र में सात दिनों में कोरोना संक्रण के 12542 नए मामले सामने आए हैँ। 16 मई को जहां राज्य में 29,100 मामले थे, वहीं 22 मई को इसकी संख्या 41642 हो गई। गुजरात की बात करें तो सात दिनों में यहां 2974 नए केस सामने आए हैं। 16 मई को यहां 9931 मामले थो जो कि 22 मई को बढ़कर 12905 हो गए। तमिलनाडु में सात दिनों में 3859 संक्रमित नए केस आए हैं। 16 मई को यहां 10,108 केस थे। अब संख्या 13967 हो गए हैं।
दिल्ली में बीते एक सप्ताह में 2764 संक्रमित पाए गए हैं। 16 मई को यहां 8,895 मामले थे। 22 मई को केस की संख्या 11659 हो गई। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के 1422 ने मामले बीते एक सप्ताह में सामने आए हैं। 16 मई रो यहां 4559 मामले थे, जो कि 22 मई को 5981 हो गए।