हस्‍तरेखा विज्ञान से हथेली पर चंद्र पर्वत रेखा का जानिए महत्व , आखिर कैसे जुड़ा है जीवन से कनेक्शन


हस्‍तरेखा विज्ञान में चंद्र पर्वत का विशेष महत्‍व है। हथेली में बुध पर्वत के ठीक नीचे चन्द्रमा का पर्वत होता है और यह हथेली में जड़ को स्पर्श करता है। चंद्र पर्वत व्यक्ति के मन और उसकी आर्थिक स्थिति का संकेत देता है। इस पर्वत से आकस्मिक दुर्घटनाओं का भी अनुमान लगाया जा सकता है। यह पर्वत व्यक्ति के स्वभाव और सोच को भी बताता है। हस्‍तरेखा विशेषज्ञ दिनेश भारद्वाज के अनुसार चंद्रमा का व्‍यक्‍ति के जीवन पर बहुत असर पड़ता है।
हाथ में चंद्र पर्वत के दबे होने का मतलब है मन का कमजोर होना। इससे व्यक्ति हमेशा मलिन और उदास रहता है। इस स्‍थिति में व्‍यक्‍ति अधिकांश समय नकारात्मक विचारों से घिरा रहता है। चंद्र पर्वत पर बहुत सारी रेखाएं व्यक्ति को चिंतित रखती हैं। हालांकि इससे व्यक्ति की रचनात्मक क्षमता भी पता चलती है चंद्र पर्वत पर क्रॉस हो तो व्यक्ति को जल से भय होता है। इस पर्वत पर तिल हो तो व्यक्ति मानसिक रूप से कमजोर होता है।
अगर चन्द्रमा का पर्वत उभार लिए हुए है तो उत्तम है। ऐसे लोगों का मन मजबूत होता है और उनमें सोचे हुए कार्य करने की ताक़त होती है। अगर चन्द्रमा का पर्वत ज्यादा उभार लिए हुए है तो व्यक्ति कल्पनाशील होता है। इससे इनकी ज्यादातर योजनाएं धरी रह जाती हैं और क्रियान्वित नहीं हो पाती।
इस पर्वत पर ज्यादा क्रॉस हों या कालापन हो तो मानसिक बीमारी हो जाती है। इस पर्वत पर वर्ग होने से व्यक्ति हर तरह के अनिष्ट से बच जाता है।

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