उसका शव घर पहुंचते ही एसपी क्राइम, सीओ समेत कई थानों की पुलिस पहुंच गई। हालात बेकाबू न हों, इस वजह से पुलिस की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार हुआ। मुकदमे में हत्या की धारा बढ़ा दी गई है। तीन दिन बाद भी पुलिस हत्या के मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई।
शनिवार रात मौर्य मंदिर के पास राबिया अख्तर और चवन्नी लाला गुट में फॉयरिंग हुई थी। दहशत फैलाने और धमकाने के लिये की जा रही फॉयरिंग की टिक टॉक वीडियो सचिन घर की छत से बना रहा था। अचानक उसके सिर में गोली लग गई। एक गोली सचिन की भाभी वर्षा के पैर में लगी थी। पुलिस ने छह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर तीन को उठाया है। मंगलवार सुबह सचिन की निजी अस्पताल में मौत हो गई। इंस्पेक्टर बारादरी नरेश त्यागी भोजीपुरा स्थित अस्पताल पहुंचे।
शव को सील करवाकर पोस्टमार्टम के लिये लाये। मोर्चरी पर परिवार के दर्जनों लोग पहुंच गये। हंगामे की आशंका पर वहां पुलिस तैनात की गई। दोपहर बाद पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को घर ले गये। एसपी क्राइम रमेश भारतीय, सीओ प्रथम अशोक कुमार समेत दो थानो की फोर्स मोर्चरी पर रही। मृतक के भाई कपिल ने हत्यारोपियों पर योजना बनाकर गोली मारने का आरोप लगाया। पुलिस के कड़े सुरक्षा घेरे में शव का अंतिम संस्कार गुलाब बाड़ी श्मशान भूमि में किया।
कपिल ने बताया कि उनका भाई सचिन सीबीगंज से आईटीआई कर रहा था। उनका दूसरा भाई मुकुल घटना के बाद से सदमे में है। मां ऊषा देवी का रो रोकर बुरा हाल है। पुलिस का कहना है कि जानलेवा हमले की रिपोर्ट हत्या में तरमीम की गई है। सचिन की शादी नहीं हुई थी। घरवाले उसके लिये रिश्ता देख रहे थे।
पुरानी रंजिश के चलते की सचिन की हत्या
कपिल ने बताया कि होली पर उनकी लड़ाई पंकज, विनोद उर्फ किलकिली, अमन मौर्य, नाहिद, इमरान व अजरुद्दीन उर्फ चुटिया से हो गई थी। बदमाश गाली गलौच कर रहे थे, तब उन्होंने विरोध किया था। मोहल्ले वालों ने समझा मामला शांत कर दिया। शनिवार को हुई ताबड़तोड़ हवाई फॉयरिंग उनके घर के बाहर ज्यादा की गई।
बदमाश फिराक में थे कि कोई घर से बाहर आये तो उसे गोली मार दे। इसलिये बदमाशों ने तमंचे से उनके छत की ओर कई फॉयर किये थे।
कटरा चांद खां में सटोरिये-जुआरियों के कई गुट सक्रिय
इलाके में कर्जा व जुआ सट्टा कराने वालों के कहने पर बदमाश मारपीट, जानलेवा हमला व धमकाते है। दबाव बनाकर दो गुना कर्ज वसूलते है। खौफ के कारण कोई उनकी शिकायत पुलिस में नहीं करता। बदमाशों के कई सताये हुये पीड़ित मकान बेच चुके है।
फायरिंग की घटना से पहले एक प्लाट के पास दो गुट भिड़ गये थे। अवैध हथियारो से लैस दबंगई दिखा रहे थे। पुलिस के लगातार गश्त करने के बावजूद इलाके से बदमाशों की दबंगई कम नहीं हो रही है।