उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में कबरई क्षेत्र के पहरा गांव की पत्थर खदान पर बिछाई गई बारूद पर आकाशीय बिजली गिरने से कई श्रमिकों के चीथड़े उड़ गए। आनन-पानन में चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन में तीन श्रमिकों के शव निकाल लिए गए। कई श्रमिकों के अभी बड़े पत्थरों के बीच दबे होने की आशंका है, जिनको निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
क्षेत्रीय लोगों के अनुसार सुबह से खदान पर दर्जन भर से अधिक श्रमिक काम कर रहे थे, पत्थर तोड़ने के लिए खदान पर बारूद बिछाई जा चुकी थी। विस्फोट कराने से पहले सभी को अलर्ट किया जाता है और श्रमिक वहां से दूर हट जाते हैं लेकिन इससे पहले ही तेज बारिश के साथ बारूद पर आकाशीय बिजली गिरी और उसमें विस्फोट हो गया। अचानक हुए विस्फोट से वहां काम कर रहे कई मजदूर उसकी चपेट में आ गए और उनके चीथड़े उड़ गए।
यह श्रमिक बड़े-बड़े पत्थरों के नीचे दब गए। खबर फैलते ही पुलिस और प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंच गए और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया।
करीब एक घंटे बाद तीन शव निकाल लिए गए, कई घायल श्रमिकों को जिला अस्पताल भेजा गया। इसके बाद भी कई और श्रमिकों के पत्थरों के नीचे दबे होने की आशंका व्यक्त की जा रही है जिसके चलते पत्थरों को हटाने का काम जारी है।