यूपी के आगरा में बाजार अब 12 घंटे सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक खुलेंगे। प्रशासन ने दुकान खोलने के लिए चार घंटे का समय और बढ़ा दिया है। व्यापारियों की यह भी मांग थी कि रक्षाबंधन पर शनिवार और रविवार की साप्ताहिक बंदी से छूट दी जाए। लेकिन इसमें अभी राहत नहीं मिली है। ताजनगरी में बाजारों को लेकर रविवार को तीसरी बार प्रशासन ने गाइडलाइन में बदलाव किया है। नोडल अधिकारी व एडीएम सिटी डॉ. प्रभाकांत अवस्थी ने बताया कि दुकानें सोमवार से आठ घंटे की जगह 12 घंटे खुलेंगी। रात 10 बजे से नाइट कर्फ्यू लागू होगा। शासन ने भी बाजारों के समय में परिवर्तन के आदेश दिए थे। जिसके बाद शहर के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया रक्षाबंधन के त्योहार पर बाजारों में कोई छूट नहीं रहेगी। साप्ताहिक बंदी पूर्व की तरह जारी रहेगी। व्यापारियों जो पांच दिन का समय मिला है, उसी के अनुरूप उन्हें रक्षाबंधन पर व्यवसायिक गतिविधियों अनुमति होगी। शनिवार व रविवार को होने वाली 55 घंटे की बंदी के दौरान बाजारों में साफ-सफाई व सैनिटाइजेशन अभियान चलेगा।
त्योहारों पर रखा लॉकडाउन में छूट की मांग : फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को एडीएम सिटी से भेंट कर रक्षाबंधन पर लॉकडाउन से छूट और बाजारों का समय बढ़ाने की मांग रखी। मिठाई प्रकोष्ठ के चेयरमैन शिशिर भगत, अध्यक्ष भूपेंद्र सोबती, महामंत्री हरेश अग्रवाल, डीसी शर्मा ने कहा रक्षाबंधन पर बाजार खोलने के शासन के निर्णय का इंतजार करेंगे।
भाजपा विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने कहा रक्षाबंधन त्योहार पर बाजारों को छूट मिलनी चाहिए। इस संबंध में वह मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे। लॉकडाउन और कोरोना काल में व्यापार को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
कोरोना काल में बजारों छाया सन्नाटा
लॉकडाउन के दूसरे दिन रविवार को शहर के सभी प्रमुख बाजारों में सन्नाटा रहा। चौराहों पर बैरियर लगाकर पुलिस चेकिंग करती रही। बेवजह निकले लोगों के चालान भी काटे गए लेकिन कॉलोनियों में सख्ती नहीं रही। यहां न केवल दुकानें खुलीं, बल्कि लोग भी बाहर निकले। पुलिसवालों ने कार्रवाई भी नहीं की। यह हाल तब था जबकि लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए शासन से भेजे गए नोडल अधिकारी डीजी जेल आनंद कुमार शहर में मौजूद थे।
कोरोना काल में बजारों छाया सन्नाटा
लॉकडाउन के दूसरे दिन रविवार को शहर के सभी प्रमुख बाजारों में सन्नाटा रहा। चौराहों पर बैरियर लगाकर पुलिस चेकिंग करती रही। बेवजह निकले लोगों के चालान भी काटे गए लेकिन कॉलोनियों में सख्ती नहीं रही। यहां न केवल दुकानें खुलीं, बल्कि लोग भी बाहर निकले। पुलिसवालों ने कार्रवाई भी नहीं की। यह हाल तब था जबकि लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए शासन से भेजे गए नोडल अधिकारी डीजी जेल आनंद कुमार शहर में मौजूद थे।