यूपी में दो जुलाई को कानपुर के बिकरू गांव में पुलिस की मुखबिरी से आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर गैंगस्टर विकास दुबे और उसके साथी भाग गए थे। हालांकि बाद में सभी का एक-एक करके एनकाउंटर कर दिया गया था। बरेली में भी वही सीन दोहराने से बच गया।
मंगलवार को एक लाख के इनामी बदमाश तैमूर के फरीदपुर में छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसको पकड़ने के लिए एसपी देहात दबिश देने गए थे। इससे पहले कि एसपी देहात कोई कार्रवाई करते उससे पहले ही एक लाख का इनामी बदमाश मौका पाकर भाग गया।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि फरीदपुर पुलिस ने तैमूर को भगाने में मदद की। लोगों का कहना है कि तैमूर को फरीदपुर इलाके के ही कुछ पुलिस कर्मी पाल रहे हैं। यही वजह है कि पुलिस ने पिछले छह महीनों से दबिश दे रही है, लेकिन तैमूर हाथ नहीं आया। वह हर बार पुलिस से बचकर निकल जाता है। फरीदपुर के बेहरा गांव का तैमूर उर्फ भोला को दिल्ली की स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच ने कई बार तस्करी के आरोप में पकड़ा। लेकिन जेल से छूटने के बाद वह फरार हो गया। कई मुकदमों में पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी।
SSP घटना के संबंध में दिया जानकारी
दिल्ली पुलिस ने उसके खिलाफ एक लाख का इनाम घोषित किया। वही फरीदपुर में पुलिस मुठभेड़ स्मैक तस्करी के तीन मुकदमे दर्ज हैं।
तैमूर, नन्हें समेत सभी तस्करों को चिन्हित किया जा रहा है।
उनके खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज कर उनकी प्रापर्टी को जब्त किया जायेगा। प्रापर्टी नीलाम कराई जायेगी।
शैलेश कुमार पांडेय, एसएसपी